सूर्योदय समाचार :- भारत प्लस एथेनॉल लिमिटेड कंपनी का दूसरा स्थापना दिवस एवं वर्ल्ड बायो फ्यूल दिवस धूमधाम से मनाया गया

भारत प्लस एथेनॉल लिमिटेड कंपनी का दूसरा स्थापना दिवस एवं वर्ल्ड बायो फ्यूल दिवस धूमधाम से मनाया गया


नावानगर(बक्सर):– प्रखंड मुख्यालय स्थित भारत प्लस एथेनॉल लिमिटेड कंपनी का दूसरा स्थापना दिवस एवं वर्ल्ड बायो फ्यूल दिवस धूमधाम से मनाया गया।ज्ञात हो कि आज से दो वर्ष पूर्व प्रखंड के नावानगर में भारत प्लस एथनॉल लिमिटेड कंपनी का भूमिपूजन कम्पनी के सीएमडी अजय सिंह व निदेशक रेखा सिंह के द्वारा किया गया था।दूसरे स्थापना दिवस के मौके पर पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।जहां कंपनी के प्रांगण मे भारत प्लस एथनॉल कम्पनी की जनक मानी जाने वाली सीएमडी अजय सिंह की माता देव कुमारी सिंह के द्वारा सभी कार्यरत कर्मचारी को मिठाई खिलाकर तथा एक अंग वस्त्र से सम्मानित किया गया।तो दूसरी तरफ कम्पनी के प्रांगण में सीएमडी की माता द्वारा 151 फलदार और छायादार पौधो का पौधारोपण किया गया।जहां अपने पुत्र की तरह पौधे की रक्षा इसे बड़ा बनाने को शपथ ली गई।ज्ञात हो कि दुनियाभर में हर साल 10 अगस्त को वर्ल्ड बायो फ्यूल डे भी मनाया जाता है।बायो फ्यूल यानी स्टार्च, शुगर और वेजिटेबल ऑयल के फर्मेन्टेशन से बनने वाला फ्यूल है।जो सस्ता होने के साथ ही पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद होता है। फिलहाल पेट्रोलियम प्रोडक्ट में भी एक निश्चित अनुपात में बायो फ्यूल को मिक्स किया जाता है। भारत सरकार बायो फ्यूल को बढ़ावा देने के लिए अलग-अलग योजनाओं पर काम भी कर रही है। साल 2018 में सरकार ने बायोफ्यूल्स को लेकर एक नेशनल पॉलिसी को भी मंजूरी दी। इस पॉलिसी का लक्ष्य 2030 तक पेट्रोल में 20% और डीजल में 5% तक बायो फ्यूल के इस्तेमाल को बढ़ाना है। साथ ही सरकार ने बायो फ्यूल की कीमतों में भी बढ़ोतरी की है। इससे किसानों को फायदा होगा। साल 2015 में सबसे पहले पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने इस दिन को मनाने की शुरुआत की थी। हर साल अलग-अलग थीम पर इस दिन को मनाया जाता है।
क्या होता है ईंधन व इसके प्रकार
एथेनॉल : यह एक प्रकार का अल्कोहल है जो आमतौर पर मक्का, गन्ना या अन्य पौधों से प्राप्त किया जाता है। इसे विशेष रूप से पेट्रोल में मिलाया जाता है, जिससे इंटर्नल कंबशन इंजन में ईंधन की दक्षता बढ़ती है और प्रदूषण कम होता है। इस ईंधन की चर्चा आजकल जोरो पर है।बायोडीजल : यह एक प्रकार का ईंधन है जो वनस्पति तेल (जैसे सोया, ताड़ या कैनोला तेल) या पशु वसा से बनाया जाता है।
बायोगैस : यह एक गैसीय ईंधन है जो जीवित अवशेषों, गोबर या खाद से बनता है। बायोगैस में मुख्य रूप से मीथेन होता है, जिसे ऊर्जा उत्पादन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।ऐल्गल जैव ईंधन : यह ईंधन माइक्रोएल्गी से प्राप्त किया जाता है। एल्गी में उच्च मात्रा में तेल होता है, जिसे बायोडीजल या अन्य जैव ईंधनों में परिवर्तित किया जा सकता है।जैव ईंधन के उपयोग से कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी की जा सकती है और यह ग्रीन एनर्जी संसाधनों के विकास में सहायक हो सकता है।वर्ल्ड बायो फ्यूल दिवस तथा दूसरे स्थापना दिवस के इस मौके पर कम्पनी के सीएमडी अजय सिंह सहित अन्य जितेंद्र सिंह,सहित अन्य अधिकारियों ने पौधारोपण व कार्यक्रम में हिस्सा लिया और बायो फ्यूल डे मनाया।मौके पर कम्पनी के एके पाण्डेय,सहित अन्य उपस्थित रहे।

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